इस दौर के लोगों में वफा ढूंढ़ रहे हो,
बड़े नादान हो "साहिब"
ज़हर की शीशी में दावा ढूंढ़ रहे हो
Sad Shayari in hindi
क्या फायदा अब चीख़ने चील्लाने में,
सब तो लगे है सच को दबाने में।
Latest Sad Shayari
एहशान किया है आपने मुझ बदनसीब पर
दिल को जो दर्द के काबिल बना दिया।
_______________________________________


No comments:
Post a Comment