बिखर जाते है हम

बिखर जाते है हम

बिखर जाते है हम,

 

खुद को समेट के.....खुद में सिमट जाते हैं हम

एक याद उसकी आती है......फिर से बिखर जाते है हम

रूह का रिश्ता...

 



 मानो तो एक रूह का रिश्ता है हम सभी का🌷🌷🌷

ना मानो तो कौन किसे जानता है यहाँ🌷🌷🌷

 





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