Two Line Shayari in Hindi

Two Line Shayari in Hindi


लाजमी नही है की हर किसी को मौत ही छूकर निकले,


किसी-किसी को छूकर जिंदगी भी निकल जाती है।




उठा कर कफ़न , ना दिखाना चेहरा मेरा,


उसे भी तो पता चले के यार का दीदार न हो तो कैसा लगता है।





है दुरियाँ तो क्या हुआ,


याद तो नज़रों से नहीं, दिल से किया जाता है।





शायरी यु ही बे-शबाब नही लिखी जाती,

हर शायर के ख्यालो में एक तस्वीर होती है।





जब लगा था खँजर तो इतना दर्द ना हुआ,


जख्म का एहसास तो तब हुआ जब चलाने वाले पे नजर पड़ी।






सुबह होते होते चैन मिल ही जाएगा ऐ साहिब,


अँधेरे में दर्द-ए-दिल बहुत बढ जाता है।





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