खुदा सलामत रखे उस सख्स को जिसने हमे रोना सिख दिया- Hindi Two Line Shayri

खुदा सलामत रखे उस सख्स को जिसने हमे रोना सिख दिया- Hindi Two Line Shayri

 

 

 

       
जरूरत हो तभी जलाओ अपने आप को,

उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती।"



                                     ___________________________





किसी ने आज ये कहके दिल तोड़ दिया दोस्तो मेरा,

की लोग तेरे नहीं तेरे शायरी के दीवाने है ।



                                 ____________________________



मुझे पढ़ना है तो बस मेरी हिंदी शायरी को पढ़ लिया करिये ,

शब्द का तो पता नहीं,  मगर जज्बात बे मिशाल होंगे ।।

                           ____________________________




हंसने की आदत से मसहूर हुआ करते थे कभी इस जहाँ में हम,


खुदा सलामत रखे उस सख्स को, जिसने हमें रोना सीखा दिया !


                              ___________________________



ख़ामोशी मे जीने का लुत्फ़ वही उठा सकता है...,


जो फ़ना हो चूका हो रूहानी इश्क मे...!




No comments:

Post a Comment

Contact Us

Name

Email *

Message *

Back To Top